Annotated Matter
The book focuses on drawing the attention of the Buddhists towards the unpublished Buddhist philosophy of the state and its applicability in those times. A comparison has also been made, and the source material is based on fundamental texts of Buddhism.
पुस्तक के विषय में
पुस्तक के माध्यम से लेखक ने राजदर्शन से सम्बन्धित अब तक अप्रकाशित बौद्ध-विचारों की ओर प्रबुद्धजनों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है। जहां लेखक ने बुद्ध की विकसित राजनीतिक दष्टि, उनके विचारों की समकालीन सार्थकता को स्पष्ट किया है, वहीं अन्य महत्वपूर्ण राजदर्शन विषयक दष्टिकोणों का तुलनात्मक व समीक्षात्मक पद्धति से प्रस्तुतीकरण भी अभिधेय है। वणर््ाय विषय का रोचक मूल्यांकन एवं निष्कर्षाे का सशक्त प्रतिपादन उपरोक्त पद्धति से ही सम्भव हुआ है। विषय सामग्री का संचयन बौद्ध-दर्शन के मूल ग्रन्थों पर आधारित है जो पुस्तक को मौलिक एवं प्रामाणिक बनाने में सहायक हुआ है।